जीवन को दुर्घटनाओं से कैसे बचायें | Jeevan Ka Mahatav Kya Hai | Swami Satyamitranand Giri ji Maharaj
आज के समय में लोग जीवन की गाड़ी बिना ब्रेक के दौड़ाए जा रहे हैं। बिना किसी ब्रेक के मनुष्य दुर्घटनाओं को जन्म देता है। हम सभी को अन्याय, असत्य और अंधकार आदि कुरीतियों के खिलाफ विवेक का ब्रेक लगा कर जीवन की गाड़ी को रोक लेना चाहिए। जीवन को नए मार्ग या नई दिशा देने का प्रयत्न करना चाहिए। क्योंकि एक क्षण का विवेक हम सभी को दुर्घटनाओं से बचा लेता है। जीवन घटना प्रधान होना चाहिए। दुर्घटना प्रधान नहीं, जो व्यक्ति सत्संग करते है, भगवान का नाम लेते हैं, शास्त्रों को सुनते हैं। तो वह दुर्घटनाओं से बच सकते हैं। जीवन में जो भी दुर्घटना घटती है वह विवेक के जाने के बाद घटती है।