भारत माता का आह्वान! इस कविता में भारत की महानता, संस्कृति, और वीरता का वर्णन है, जो हमारे वीरों और महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देता है।
हिंदी दिवस हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन 1949 में भारतीय संविधान सभा की उस घोषणा की वर्षगांठ का प्रतीक है, जिसमें हिंदी को भारत सरकार की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी।
Bharat Mata की इस प्रस्तुति मे छायावादी कवि रामधारी सिंह ' दिनकर ' द्वारा रचित कृष्ण - कर्ण संवाद रश्मिरथी की अद्भुत छवि है। यह कथा भाग्य, कर्तव्य, और मानवता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित है।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा, आन्धाल की अद्वितीय भक्ति और उनके जीवन की कथा प्रस्तुत की गई है। आन्धाल ने भगवान रंगनाथ को अपना पति मानकर उन्हें समर्पित भक्ति गीतों की रचना की। जानें उनकी जीवन यात्रा और उनके भक्ति गीत तिरुप्पावई के बारे में।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' के जीवन, साहित्यिक योगदान, और क्रांतिकारी गतिविधियों पर आधारित है। जानिए अज्ञेय की कविताओं, उपन्यासों, और हिंदी साहित्य में उनके 'प्रयोगवाद' के प्रभाव के बारे में।
पृथ्वीराज रासो” के रचयिता चंदबरदाई को हिन्दी भाषा का प्रथम महाकवि होने का गौरव प्राप्त है। ये सम्राट पृथ्वी राज चौहान के परम मित्र थे। हिंदी साहित्य के आदिकालीन कवि ‘चंदबरदाई’ ने उपयुक्त दोहे का वाचन रण-भूमि पर किया था, जिसे सुनकर उनके मित्र पृथ्वीराज चौहान ने ग़जनी को शब्दवेधी बाण से घायल कर दिया था।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा मीराबाई के अद्वितीय कृष्ण प्रेम, उनकी भक्ति के गीतों और श्रीकृष्ण के कर्म योग के गहन उपदेशों पर केंद्रित है। जानें मीराबाई के त्याग, संघर्ष और उनके आध्यात्मिक जीवन की प्रेरणादायक कथा।
भारत माता चैनल प्रस्तुत करता है महादेवी वर्मा की प्रसिद्ध कविता "मैं नीर भरी दुःख की बदली," जिसमें उन्होंने अपने गहरे दुःख और आत्मिक यात्रा को शब्दों में पिरोया है।
Nar Ho Na Nirash Karo | Maithili Sharan Gupt | नर हो न निराश करो मन को | Hindi Poem | Bharat Mata
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा: जानें सरोजिनी नायडू के जीवन की प्रेरक कहानी, जिन्होंने अपनी कविताओं और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान से भारतीय समाज को जागरूक किया। भारत की नाइटिंगेल, पहली महिला भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पहली महिला गवर्नर के रूप में उनकी अनमोल भूमिका पर विस्तृत जानकारी प्राप्त करें।
प्रस्तुत कविता भारत माता द्वारा जीवन के संघर्ष, महाभारत के संदेश और धर्म की विजय पर आधारित है। यह कविता दुर्योधन और भगवान श्री कृष्ण के संवाद के माध्यम से हमें सिखाती है कि सत्य की राह पर चलना और धर्म की रक्षा करना आवश्यक है।
Bharat Mata इस कविता द्वारा भारत की प्राचीन सभ्यता, संस्कृति और ज्ञान का गुणगान करते हुए आज की पीढ़ी में उदारता , शांतिप्रियता, निर्भीकता, साहस और कर्तव्यपरायणता का भाव भरने का प्रयास किया गया है ।