ना तुम कही पास हो ना तुम कही दूर हो | Na Tum Kahi Paas Ho| Bharat Mata (Swami ji ke Swar)

ना तुम कहीं पास हो, ना तुम कहीं दूर हो। 

तुम तो मेरी जिंदगी में भरपूर।।

तुम ही दिखते हो जहां नजर जाती है।

तेरी खूबसूरती सबको भाती है ।।

परमात्मा का स्वरूप सबसे सुंदर और अलौकिक है। परमात्मा से जुड़ी हर चीज इंसान के लिए प्रसाद स्वरूप है। प्रत्येक इंसान के मन में परमात्मा विराजमान होता है। परमात्मा पास या दूर नहीं होता, बल्कि सबके जीवन में भरपूर होता है। स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी महाराज वीडियो में परमात्मा के सुंदर स्वरूप की प्रशंसा कर रहे हैं। स्वामी जी बता रहे हैं कि परमात्मा की प्रशंसा करने पर सुकून मिलता है।

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