काली मंदिर: कालीघाट शक्तिपीठ - Bharat Mata
भारत के धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों में से एक कालिका का मंदिर कालीघाट के नाम से पहचाना जाता है और पूरे भारत में आस्था का अनूठा केंद्र माना जाता है। किस जगह सती मां के दाएं पांव के 4 उंगलियां यहां पर गिरी थी। इसी कारण इसे शक्ति के 51 शक्तिपीठों में माना जाता है।
Kalighat Kali(काली मंदिर) Temple Kolkata: Famous Temples in India
यहां मां काली की प्रचंड मुहूर्त के दर्शन होते हैं जो विशालकाय है काली मां की लंबी जीभ जो सोने की बनी हुई है, बाहर निकली हुई है और हाथ और दांत भी सोने के बने हुए हैं। मां की मूरत का चेहरा श्याम रंग में है और आंखें और सिर्फ सिंदुरिया रंग में सिंदुरिया रंग में ही मां काली को तिलक लगा हुआ है और हाथ में एक भाषा भी इसी रंग में रंगा हुआ है। दीदी को स्नान कराते समय धार्मिक मान्यताओं के कारण प्रधान पुरोहित की आंखों पर। पट्टी बांधी जाती है। मां कालिका के अलावा शीतला षष्ठी और मंगला चंडी के भी यहां पर स्थान है। माना जाता है कि यह मंदिर 1809 करीब बनाया गया था। इस शक्तिपीठ में स्थित प्रतिमा की प्रतिष्ठा कामदेव ब्रह्मचारी सन्यास पूर्व नाम जिया गंगोपाध्याय ने की थी।
मां काली अघोरिया क्रियाओं और तंत्र मंत्र की सर्वोपरि देवी के रूप में जानी जाती है और साथ ही यह मंदिर किस देवी का शक्तिपीठ है। इन्हीं कारणों से यह घोर और तांत्रिक साधना का बहुत बड़ा केंद्र बना हुआ है। मंगलवार और शनिवार के साथ अष्टमी को यहां विशेष पूजा की जाती है और भक्तों की भीड़ भी यहां पर बहुत ज्यादा होती है।
Kalighat Kali Temple Timings:
यह मंदिर सुबह 5:00 बजे से रात्रि 10:30 बजे तक खुला रहता है। बीच में दोपहर में यह मंदिर 2 से 5 तक बंद कर दिया जाता है इस अवधि में। मां को भोग लगाया जाता है। सुबह 4:00 बजे मंगला आरती की जाती है और भक्तों के लिए मंदिर 5:00 बजे ही खोला जाता है। कहानी घाट काली मंदिर देश के 51 शक्तिपीठों में से एक है। हुगली नदी के तट पर बना यह मंदिर पूरी दुनिया में मशहूर है। इस मंदिर में लगा घाट रानी घाट के नाम से जाना जाता है। किसी जमाने में गंगा घाट बिल्कुल मंदिर से लगा हुआ था, लेकिन अब यह थोड़ा दूर हो गया है।
पुराणों में कहानी को शक्ति का रूद्र अवतार माना जाता है और प्रतिमा तस्वीरों में दीदी को विकराल काले रूप में गले में मुंडमाला और कमर में कटे हाथों का घाघरा पहने। एक हाथ में रक्त से सलाह खड़क और दूसरे में थप्पड़ धारण किए हुए भगवान शंकर पर खड़ी जी वाह निकालें दर्शाया जाता है लेकिन कहानी घाट मंदिर में देवी की प्रतिमा में मां काली का मस्त।और चार हाथ नजर आते हैं।
यह प्रतिमा एक चौकोर काले पत्थर को तराश कर तैयार की गई है। यहां लाल वस्त्र सिद्ध की मां काली की जीव काफी लंबी है जो सोने की बनी हुई है और अपने आप में अद्भुत है। श्रद्धालुओं को प्रसाद के साथ सिंदूर का चोला दिया जाता है।
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