महाराणा प्रताप : रक्त की अंतिम बूंद से माँ भारती का श्रृंगार करने वाले देशभक्त
महाराणा प्रताप : रक्त की अंतिम बूंद से माँ भारती का श्रृंगार करने वाले देशभक्त | Bharat Mata
भारत भूमि के गौरवशाली इतिहास मे राजपुताने का नाम अपनी वीरता, मातृ भूमि के लिये अगाध स्नेह और देश के लिये अपने सर्वोच्च बलिदानों के सन्दर्भ मे सदा सदा के लिये अमर है। इस धरती को अपनी शूरवीरता , अदम्य साहस और देश प्रेम से गौरवान्वित करने वाले एवं रक्त की अंतिम बूंद से माँ भारती का श्रृंगार करने वाले देशभक्त महाराणा प्रताप न केवल एक शूरवीर योद्धा थे, वह एक प्रजाप्रिय कुशल शासक, अमर बलिदानी और त्याग एवं देशप्रेम की ऐसी मिसाल थे, जिन्होंने अत्यन्त विषम परिस्थितियों मे भी कभी मुग़लो की आधीनता एवं दासता को स्वीकार नहीं किया, तथा जीवन के अंतिम पलों तक स्वाभिमान और मातृभूमि की रक्षा के लिये संघर्षरत रहे।
राणा प्रताप इस भरत भूमि के, मुक्ति मंत्र का गायक है।
राणा प्रताप आजादी का, अपराजित काल विधायक है।।
वह अजर अमरता का गौरव, वह मानवता का विजय तूर्य।
आदर्शों के दुर्गम पथ को, आलोकित करता हुआ सूर्य।।
राणा प्रताप की खुद्दारी, भारत माता की पूंजी है ।
ये वो धरती है जहां कभी, चेतक की टापें गूंजी है।।
पत्थर-पत्थर में जागा था, विक्रमी तेज बलिदानी का ।
जय एकलिंग का ज्वार जगा, जागा था खड्ग भवानी का।।