भारत माता की इस प्रस्तुति मे महान योद्धा राणा सांगा का विस्तृत वर्णन है। जिन्होंने 80 घाव, बिना एक हाथ और एक आंख के बाबर से युद्ध किया व चित्तौड़ की सीमाओं के पार भी प्रत्येक भारतीय के हृदय में अपना स्थान बनाया.
ये कहानी है महान योद्धा आल्हा उदल की, जिन्होंने पृथ्वीराज चौहान को पराजित कर अपनी विजयधुनी बजाई थी। भारत माता की इस प्रस्तुति के माध्यम से जानिए आल्हा उदल के जीवन की सम्पूर्ण कथा।
Bharat Mata की यह प्रस्तुति भारतीय इतिहास के दो महान शूर वीर आल्हा और उदल को समर्पित है। इस विडिओ मे आपको उनके आरंभिक जीवन और प्रमुख युद्धों की अतुलनीय प्रस्तुति हैं |
महाराणा प्रताप इतिहास में वीरता और दृढ प्रण के लिए हमेशा अमर रहेंगें. उन्होंने मुगल सम्राट अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया महाराणा प्रताप ने मुगलों को कईं बार युद्ध में हराया|
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वार चंद्रगुप्त मौर्य के जीवन, उनके संघर्ष, और उपलब्धियों के बारे में हैं| प्राचीन भारत के इस महान सम्राट ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की और अपने अद्वितीय नेतृत्व से भारत के इतिहास में अमिट छाप छोड़ी।
भारत माता द्वारा प्रस्तुत लेख में जानें रानी दुर्गावती की वीरता, स्वाभिमान और बलिदान की प्रेरणादायक कहानी। कैसे उन्होंने मुगलों से अपने राज्य की रक्षा की और 24 जून को बलिदान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा मौर्य साम्राज्य के इतिहास में चंद्रगुप्त मौर्य और उनके महान संरक्षक आचार्य चाणक्य की भूमिका, बिन्दुसार के शासन और उनके योगदान को वर्णित किया गया है
गुरु गोबिन्द सिंह जी सिख धर्म के दसवें गुरु, खालसा पंथ के संस्थापक, और महान योद्धा थे। जानिए उनके जीवन, शिक्षाओं, और उनके द्वारा धर्म और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए किए गए संघर्ष की प्रेरक कहानी।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन, पराक्रम, और राष्ट्रप्रेम को उजागर करता है। पढ़ें उनकी अद्वितीय शौर्यगाथा और इतिहास में उनकी अमर छवि।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा, पृथ्वीराज चौहान की वीरता, साहस और बलिदान की कहानी प्रस्तुत की गई है। जानें कैसे उन्होंने विदेशी आक्रमणकारियों से भारत की रक्षा की और अपने जीवन का बलिदान दिया।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वार सम्राट विक्रमादित्य के अद्वितीय साहस, न्यायप्रियता और वीरता को उजागर करता है। 102 ईसा पूर्व जन्मे विक्रमादित्य ने शकों को पराजित कर विक्रम संवत की स्थापना की, जिससे भारतीय इतिहास के स्वर्णिम युग की शुरुआत हुई।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा महाराणा प्रताप के जीवन, वीरता, हल्दीघाटी के युद्ध, चेतक और रामप्रसाद जैसे साथी, दिवेर युद्ध में उनकी विजय और मातृभूमि के प्रति उनके बलिदान की गौरवगाथा पर आधारित है।