श्रीमद भगवत गीता सार | श्री हरिहर मारुती धाम भाग 5

श्रीमद भगवत गीता सार श्री हरिहर मारुति धाम (भाग 5) - स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरि जी महाराज

श्रीमद भागवत गीता के इस अध्याय में पवित्रता के बारे में स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरि जी महाराज बता रहे हैं. अगर आप को ये जानना है कि आप परमात्मा के कितना निकट हैं तो उसके लिए आप में पवित्रता होना बहुत जरूरी हैै, क्योंकि मनुष्य के जीवन में पवित्रता से बढ़कर कुछ नहीं है, जिसके पास जितनी पवित्रता है. वह उतना ही परमात्मा के निकट है. आप ईश्वर के कितना निकट है. इसे किसी और से पूछने की जरूरत नहीं है. क्योंकि जैसी आप की निष्ठा, जैसी आपकी पवित्रता, जैसी आपकी भावना होगी. वैसी आपकी परमात्मा से निकटता होगी.

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