स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज के आशीर्वचन - दीपावली विशेष | Swami ji Pravachan | Bharat Mata
दीपावली केवल दीपों का पर्व नहीं, यह आत्मज्ञान, सत्य और सद्भाव का प्रतीक है। इस पवित्र अवसर पर प्रस्तुत है स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज का दिव्य संदेश — जो समाज, राष्ट्र और मानवता के कल्याण का आह्वान करता है।
दीपावली का सच्चा अर्थ और उसका सामाजिक संदेश
गुरुदेव के इस प्रेरक प्रवचन में दीपावली का सच्चा अर्थ उजागर होता है —
लक्ष्मी माता की कृपा से जीवन में समृद्धि आए, नारायण से सद्बुद्धि प्राप्त हो, और समाज में अनुशासन, विनम्रता तथा एकता स्थापित हो। यह संदेश केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और राष्ट्रीय चेतना को भी जागृत करता है।
स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी कहते हैं कि दीप जलाने का अर्थ केवल घर को प्रकाशमान करना नहीं, बल्कि अपने भीतर के अंधकार को भी मिटाना है। हर जाति, हर वर्ग, हर व्यक्ति में समानता का भाव जागृत हो — यही सच्चा दीपोत्सव है।
इस संदेश में राजनीति, धर्म और समाज के सभी वर्गों के लिए मार्गदर्शन है — कि शासन नीति हितकारी हो, साधु-संत सदाचारी हों, और अधर्म पर धर्म की विजय हो।
स्वामी जी का यह दिव्य उपदेश हमें स्मरण कराता है कि जब दीप सत्य के लिए जलता है, तब अंधकार स्वयं मिट जाता है। इस दीपावली, ईश्वर से यही प्रार्थना करें कि राष्ट्र में सद्भाव, शांति और समृद्धि का प्रकाश फैले, हर झोपड़ी में उजाला हो, और हर हृदय में भक्ति का दीप प्रज्वलित हो।
भारत माता चैनल पर दिव्य प्रवचन
भारत माता चैनल पर सुनिए स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज का दिव्य संदेश — जो आत्मा को स्पर्श करता है और दीपावली के आध्यात्मिक अर्थ को जीवन में उतारने की प्रेरणा देता है