ऋग्वेद को ही प्रथम वेद क्यों माना जाता है
ऋग्वेद को ही प्रथम वेद क्यों माना जाता है | Rigved Ke Shlok | Rigved Life Changing Knowledge
ऋग्वेद …. ऋक अर्थात् स्थिति और ज्ञान ऋग्वेद सबसे पहला वेद है जो पद्यात्मक है। इसमें सबकुछ है। यह अपने आप में एक संपूर्ण वेद है। ऋग्वेद अर्थात् ऐसा ज्ञान, जो ऋचाओं में बद्ध हो।ऋग्वेद से ही अन्य तीन वेदों की रचना हुई है। ऋग, यजु, साम और अथर्व चार वेद हैं। ऋग्वेद पद्यात्मक है, यजुर्वेद गद्यमय है और सामवेद गीतात्मक है। लेकिन आज के इस वीडियो में हम आपको ऋग्वेद के बारे में सारी जानकारी देंगे |