द्रोणाचार्य को समस्त भारत के सबसे महान गुरुओं में से एक माना जाता है। वह दुनिया के उन चंद गुरुओं में से एक हैं जिनके शिष्य ने उनका सम्मान बढ़ाया। महाभारत में अर्जुन से सभी परिचित हैं, और अर्जुन की पहचान "द्रोण शिष्यअर्जुन" के रूप में है।
वल्लभाचार्य, जिन्हे महाप्रभु वल्लभाचार्य के रूप में जाना जाता है, 15 वीं सदी के संत, विद्वान और आध्यात्मिक नेता थे, जिनकी शिक्षाओं ने दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रेरित किया है।
सप्तर्षि एक संस्कृत शब्द है जो प्रसिद्ध सात ऋषियों, या द्रष्टाओं को संदर्भित करता है, जो प्राचीन वैदिक और हिंदू ग्रंथों में प्रकट होते हैं। वे हिंदू धर्म और योग दर्शन में महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं।
परशुराम जयंती को पूरा देश हर्षोल्लास के साथ मनाता है। इस कई लोग उपवास रखते हैं. इस दिन से हिंदू संस्कृति के स्वर्ण युग की शुरुआत हुई। परशुराम जयंती पर दान किया जाता है।
शल्य क्रिया के जनक कहे जाने वाले महर्षि सुश्रुत ,चिकित्सक होने के साथ साथ एक श्रेष्ठा शिक्षक भी थे. वो प्रारंभिक अवस्था मे अभ्यास के लिए फलों ,सब्ज़ियों और मृत्यु मानव देह का इस्तेमाल करते थे
सम्पूर्ण विश्व में संस्कृति सभ्यता धर्म एवं आध्यात्म का अद्वितीय समन्वय भारत के अतिरिक्त और कहीं दृष्टव्य नहीं है। यही कारण है कि विश्व गुरु की उपाधि से सम्मानित भारत सनातन धर्म की महानता का प्रतीक है
क्यों हुआ ऋषि वशिष्ठ और ऋषि विश्वामित्र के मध्य युद्ध | Story Of Maharishi Vashishta & Vishwamitra
योग को वैज्ञानिक दृष्टिकोण देने वाले महर्षि पतंजलि | Biography of Maharishi Patanjali | Bharat Mata
महर्षि पतंजलि | योगसूत्र के रचयिता | Maharshi Patanjali पतञ्जलि योगसूत्र के रचनाकार है| आज करोड़ों लोगों को योग करने से लाभ हो रहा है. इसका पूरा श्रेय "महर्षि पतंजलि" को जाता है.
Markandeya Rishi | वो ऋषि जिन्होंने प्राप्त कर ली थी मृत्यु पर विजय |Is Markandeya Rishi Immortal?
हिन्दू पौराणिक कथाओं के परम पूजनीय और श्रद्धेय महर्षि भृगु अति प्रसिद्ध सप्त ऋषियों मे से एक थे। उन्होंने प्राचीन भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता को आकार देने मे अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
Parshuram Jayanti 2022 | भगवान विष्णु का यह अवतार क्यों आवेशावतार माना जाता है | Bharat Mata