राम जन्म भूमि मंदिर के संदर्भ में, वास्तुकला वास्तव में विस्मयकारी है। यह मंदिर नागर शैली को प्रदर्शित करता है, जो अपने विशाल शिखरों और जटिल नक्काशी के लिए जाना जाता है।
वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात राम लला की मूर्ति गर्भगृह मे स्थापित होगी। इस माह की 22 तारीख को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्य सम्पन्न होगा। सनातन धर्म में प्राण प्रतिष्ठा का बहुत अधिक महत्व है।
इस धरती पर जब-जब अधर्म बढ़ा है, तब-तब अधर्म पर धर्म की विजय के लिए ईश्वर किसी ना किसी रूप मे आते हैं और जन-कल्याण करते हैं। त्रेता युग मे विष्णु अवतार राम इस धरा पर अधर्म के विनाश और धर्म की स्थापना के उद्देश्य से आए थे। The story of the birth of Lord Rama
Bharat Mata की इस प्रस्तुति में Ayodhya राम मंदिर उद्घाटन (History of Ram Mandir) पर प्रकाश डाला गया हैं – यह एक ऐतिहासिक क्षण। यह वो अवसर है जो जन-जन की 500 वर्ष लंबी प्रतीक्षा, अथक प्रयास, अटूट संकल्प और निरंतर संघर्ष का परिणाम है।
22 जनवरी 2024 को होने वाली राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए सम्पूर्ण भारत देश अति उत्साहित है। इसलिए भारत समन्वय परिवार की ओर से भारत माता चैनल लेकर आया है राम मंदिर का इतिहास, ‘अतीत के झरोखे से’।