भारत माता की यह प्रस्तुति भारतीय सनातन सांस्कृतिक परंपरा मे जीवन को परिमार्जित करने, उन्नतिशील बनाने और उसे पवित्रता प्रदान करने वाले जनेऊ को समर्पित है।
भारत माता की यह प्रस्तुति हिन्दू धर्म के परम पुण्यकारी और पवित्र शंख को समर्पित है। इसमे शंख की उत्पत्ति से लेकर, भारतीय संस्कृति मे इसके महत्व और सनातन परंपरा मे शुभ माने जाने वाले कई प्रकार के शंखों का विस्तृत वर्णन है।
Bharat Mata की इस प्रस्तुति मे राम सेतु के धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व व भूगर्भिक रचना का विस्तृत वर्णन है। इस विडिओ मे राम सेतु के दिव्य दृश्यों और विशेषज्ञ दृष्टिकोणों के साथ, इतिहासकारों, पुरातत्वविदों, और वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तावित विभिन्न सिद्धांतों की जानकारी है।
Bharat Mata की इस प्रस्तुति मे नर्मदा नदी का रहस्य, इतिहास, सहायक नदियाँ, सीमायें और उद्गम वर्णित है। प्रस्तुत लेख इस पवित्र नदी से जुड़ी संस्कृति और आध्यात्मिकता पर भी प्रकाश डालता है।
Bharat Mata Channel की प्रस्तुति मे दीपक का महत्व भारतीय संस्कृति में अद्भुतता को दर्शाता है। इसका उपयोग पूजा,धार्मिक कार्यों एवं अनुष्ठानों में व्यापक रूप से होता है। सनातन धर्म में, दीपक का महत्व विशेषकर सकारात्मकता और ज्ञान के प्रतीक के रूप में देखा जा सकता है।
स्वास्तिक, संस्कृत शब्द "स्वस्ति" से लिया गया है, जो शुभता,कल्याण और संतुलन का प्रतीक है, जो हमारे मूल मूल्यों को दर्शाता है।
भारत माता के प्रस्तुत लेख द्वारा १६ संस्कारो का वर्णन किया गया है जीवन के साथ संस्कारों का घनिष्ठ सम्बन्ध है और भारतीय जीवन में संस्कारों का अत्यंत महत्त्व है। संस्कार शब्द की द्युत्पति ‘कृ’ धातु में सम उपसर्ग लगाकर की गयी है ।
सुदर्शन चक्र हिन्दू पौराणिक कथाओं में भगवान विष्णु के साथ जुड़ा एक शक्तिशाली आयुध है। सुदर्शन चक्र का उल्लेख अधिकांश धार्मिक और महाकाव्यिक ग्रंथों में किया गया है।
हिन्दू धर्म के अनुसार गंगा नदी भारत की सबसे पवित्र नदी मानी जाती है। इसका प्रमाण हमारे वेदो एवं पुराणों में मिलता है। हमारे धर्मग्रंथो में इसके पवित्रता का वर्णन किया गया है।