जानिए वट वृक्ष की पूजा का महत्व और सती सावित्री के प्रेम व पतिव्रत धर्म की अद्भुत कहानी।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा महारानी अहिल्या बाई होल्कर के जीवन, शौर्य, न्यायप्रियता, और धर्मपरायणता पर आधारित है। यह लेख उनके संघर्षों, प्रशासनिक कुशलता, सामाजिक कार्यों, और मंदिरों के निर्माण जैसे महान कार्यों पर प्रकाश डालता है।
मैट्रिक महर्षि याज्ञवल्क्य के महत्व और कात्यायनी दो पत्नियां की मैत्री ब्रह्मवादिनी और कात्यायनी साधारण बुद्धि की थी। मैत्री जेस्ट पत्नी की और कात्यायनी छोटी चिरकाल तक दोनों पत्नियों के साथ रहते हुए एक दिन महर्षि के मन में संसार से निवृत होने का संकल्प अंकुरित हुआ।
अण्डाल दक्षिण भारत की सन्त महिला थीं। वे बारह आलवार सन्तों में से एक हैं। उन्हें दक्षिण की मीरा कहा जाता है। अंडाल अपने समय की यह प्रसिद्ध आलवार संत थीं। कवित्रयी अंडाल | Kavitryi Andal | Bharat Mata
देवी उर्मिला | Devi Urmila | Bharat Mata उर्मिला हिंदू महाकाव्य रामायण में एक चरित्र है। देवी उर्मिला जी के संबंध मे विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं है। रामचरितमानस मे जानकी लघु भगनी के रूप मे ही उर्मिला जी का नाम मिलता है।
ब्रम्हवादिनी गार्गी | Bramhavadini Gaargi | Bharat Mata गार्गी वाचकन्वी एक प्राचीन भारतीय दार्शनिक थी। वेदिक साहित्य में, उन्हें एक महान प्राकृतिक दार्शनिक, वेदों के प्रसिद्ध व्याख्याता, और ब्रह्मा वि
Bharat Mata, भारत में आज भी जिन विदेशियों पर गर्व किया जाता है उनमें भगिनी निवेदिता का नाम सबसे पहले आता है, जिन्होंने न केवल भारत की आजादी की लड़ाई लड़ने वाले देशभक्तों की खुलेआम मदद की बल्कि महिला शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।