मनकामेश्वर मंदिर की महिमा देश के कोने-कोने में फैली हुई है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। लोगों का मानना है कि इस मंदिर में मन से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है।
महाकालेश्वर मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। पुराणों, महाभारत और कालिदास जैसे महाकवियों की रचनाओं में इस मंदिर का मनोहर वर्णन मिलता है।
अमृतसर का ह्रदय स्वर्ण मंदिर को माना जाता है. इसे हरमंदिर साहिब जी के नाम से भी जाना जाता है. इस गुरुद्धारे का बाहरी हिस्सा सोने का बना हुआ है.
काशी विश्वनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है. इस मंदिर का हिंदू धर्म में एक विशिष्ट स्थान है. ऐसा माना जाता है कि एक बार इस मंदिर के दर्शन करने मोक्ष की प्राप्ति होती है
जयपुर का यह किला राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में शामिल है। किले की सुंदर संरचना और किले की विशालता को देखते हुए आमेर किले को विश्व विरासत में शामिल किया गया है
गुजरात के अहमदाबाद से लगभग 380 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। द्वारका वही द्वारका जो हिंदुओं की आस्था के प्रसिद्ध चार धामों में से एक है वही द्वारका जिससे द्वारकापुरी कहा जाता है
गया में बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध को बहुत ज्ञान प्राप्त हुआ था। इसी कारण बिहार के शहर को सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक माना जाता है। वह पूरे राज्य में सबसे लोकप्रिय धार्मिक स्थल है।
आज हम बात करेंगे भारत में स्थित बृहदेश्वर मंदिर की जो पूरी तरह से ग्रेनाइट से निर्मित है। विश्व में यह पहला मंदिर है जो कि ग्रेनाइट का बना हुआ है। इस मंदिर को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया है।
बद्रीनाथ मंदिर को बद्रीनारायण मंदिर भी कहा जाता है जो अलकनंदा नदी के किनारे उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह मंदिर भगवान विष्णु के रूप बद्रीनाथ को समर्पित है।
जहाँ प्रकृति.. अपने सौन्दर्य पर गर्व करती है.. जहाँ गंगा.. मानवता को पवित्रता से आभूषित करती है.. जहाँ जीवन-मृत्यु के चक्र को.. विराम प्राप्त होता है.. जहाँ रहस्य एवं शांति का अद्भुत आभास होता है
जयपुर के गुलाबी शहर में बाडी चौपड़ पर स्थित हवा महल राजपूतों की शाही विरासत, वास्तकुला और संस्कृति के अद्भुत मिश्रण का प्रतीक है। हवा महल को राज्स्थान की सबसे प्राचीन इमारतों में से एक माना जाता है।
देवी सती का कामाख्या मंदिर इस मंदिर को लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं, लेकिन 51 शक्तिपीठों में से सबसे महत्वपूर्ण माना जाने वाला यह मंदिर रजस्वला माता की वजह से ज्यादा ध्यान आकर्षित करता है।