महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और पार्वती का विवाह हुआ था. इस दिन को भगवान शिव के भक्त धूमधाम से मानते हैं. सभी देवतागण भगवान शिव के विवाह से प्रसन्न है कि आखिरकार शिव विवाह के लिए मान गए हैं
शिवार्चना हरिद्धार भाग - 3 | Shiv Archana Haridwar Part - 3 | Satyamitranand Maharaj देवों के देव महादेव की महिमा का वर्णन किया गया है. भगवान शंकर जैसा कोई नहीं है, क्योंकि वह किसी का भी भाग्य बदल दे
शिवार्चना हरिद्धार भाग - 2 | Shivarchana Haridwar Part - 2 | Satyamitranand Maharaj | परमात्मा व्यापक है और वह हर जगह मौजूद रहता है. वह हमेशा हमारी मदद करता है. लेकिन हम समझ नहीं पाते हैं.
शिवार्चन हरिद्धार भाग - 1| Shivarcana Haridwar Part - 1 | Satyamitranand Maharaj | भगवान शिव अपने भक्तों की सभी चिंताएं स्वंय हल करते हैं. सत्यामित्रानंद गिरि जी महाराज भी इसी बात को समझा रहे हैं
पाटोत्सव समारोह रेणुकूट भाग -4 | Patotsav Samaroh Renukut Part - 4 इस संसार के प्रत्येक व्यक्ति को मोक्ष की इच्छा होती है. मनुष्य हो या जीव मोक्ष को पाने के लिए हमेशा आतुर रहता है
पाटोत्सव समारोह रेणुकूट भाग -3 | Patotsav Samaroh Renukut Part -3 सभी ईश्वर के दर्शन की अभिलाषा के साथ ही भगवान की नित्य पूजा-पाठ और ध्यान करते हैं. फिर भी उन्हें ईश्वर के दर्शन नहीं होते हैं
पाटोत्सव समारोह रेणुकूट भाग -2 | Patotsav Samaroh Renukut Part -2
गीता ज्ञान यज्ञ श्री हरिहर मारूती धाम (2011) भाग- 6 | Geeta Gyan Yagya Sri Harihar Maruti Dhaam 2011
गीता ज्ञान यज्ञ श्री हरिहर मारूती धाम (2011) भाग- 5 | Geeta Gyan Yagya Sri Harihar Maruti Dhaam 2011 - स्वामी सत्यामित्रानंद गिरि जी महाराज
गीता ज्ञान यज्ञ श्री हरिहर मारूती धाम (2011) भाग- 4 | Geeta Gyan Yagya Sri Harihar Maruti Dhaam 2011
गीता ज्ञान यज्ञ श्री हरिहर मारूती धाम (2011) भाग- 3 | Geeta Gyan Yagya Sri Harihar Maruti Dhaam
गीता ज्ञान यज्ञ श्री हरिहर मारूती धाम (2011)भाग- 2 |स्वामी सत्यामित्रानंद गिरि जी महाराज