महादेव के वर्णन के साथ माता गंगा का भी वर्णन जरूरी होता है. हमारी गंगा माता भी पूजनीय हैं. मां गंगा सभी शिलाओं को खंडित करती हुई भूमि पर मनुष्यों के कल्याण के लिए आई हैं
भगवान की महिमा का वर्णन किसी को सुनाने या दिखाने के लिए नहीं किया जाता है. मनुष्य का जीवन परमात्मा की भक्ति करने के लिए मिला है. इसलिए इसे व्यर्थ के कार्यों को करने में बर्बाद न करें
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा महाशिवरात्रि के महत्व पर आधारित है, जब भगवान शिव और पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन को भगवान शिव के भक्त धूमधाम से मानते हैं, और सभी देवतागण भगवान शिव के विवाह से प्रसन्न हैं कि आखिरकार शिव विवाह के लिए मान गए हैं।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा "शिवार्चना हरिद्धार भाग - 3 | Shiv Archana Haridwar Part - 3 | Satyamitranand Maharaj" पर आधारित है, जिसमें देवों के देव महादेव की महिमा का वर्णन किया गया है। स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महाराज भगवान शंकर के अद्वितीय गुणों को उजागर करते हुए बताते हैं कि भगवान शंकर जैसा कोई नहीं है, क्योंकि वह किसी का भी भाग्य बदलने की क्षमता रखते हैं। इस लेख में महादेव के साथ जुड़ी शक्तियों और उनके भक्तों के लिए आशा की किरण पर प्रकाश डाला गया है।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा "शिवार्चना हरिद्वार भाग - 2 | Shivarchana Haridwar Part - 2 | Satyamitranand Maharaj" पर आधारित है। इस लेख में स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज के उपदेशों के माध्यम से बताया गया है कि परमात्मा व्यापक और सर्वव्यापी हैं, और वह हमेशा हमारे साथ रहते हुए हमारी मदद करते हैं।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी जी महराज के उपदेशों और जीवन दर्शन पर आधारित है। इस लेख में स्वामी जी के जीवन के प्रेरणादायक पहलुओं के साथ-साथ भगवान शिव के भक्तों के प्रति स्नेह और उनके मार्गदर्शन पर चर्चा की गई है।
पाटोत्सव समारोह रेणुकूट भाग -4 | Patotsav Samaroh Renukut Part - 4 इस संसार के प्रत्येक व्यक्ति को मोक्ष की इच्छा होती है. मनुष्य हो या जीव मोक्ष को पाने के लिए हमेशा आतुर रहता है
पाटोत्सव समारोह रेणुकूट भाग -3 | Patotsav Samaroh Renukut Part -3 सभी ईश्वर के दर्शन की अभिलाषा के साथ ही भगवान की नित्य पूजा-पाठ और ध्यान करते हैं. फिर भी उन्हें ईश्वर के दर्शन नहीं होते हैं
पाटोत्सव समारोह रेणुकूट भाग -2 | Patotsav Samaroh Renukut Part -2
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा प्रस्तुत किया गया है जिसमें स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज ने अर्जुन द्वारा भगवान श्रीकृष्ण से पूछे गए सवाल का उत्तर दिया है। जानिए पाप के उत्पत्ति और इच्छाओं के संबंध में गीता के साक्षात्कार से महत्वपूर्ण शिक्षाएँ। अ
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा, गीता ज्ञान यज्ञ श्री हरिहर मारूती धाम (2011) भाग- 5 में स्वामी सत्यामित्रानंद गिरि जी महाराज भगवत गीता की महिमा और उसके अद्भुत संदेशों पर प्रकाश डालते हैं। जानिए गीता का ज्ञान, जीवन के पथ पर मार्गदर्शन और स्वामी जी के उपदेशों से प्रेरणा कैसे प्राप्त करें।
प्रस्तुत लेख भारत माता द्वारा 'गीता ज्ञान यज्ञ श्री हरिहर मारूती धाम (2011) भाग- 4' पर आधारित है। इस लेख में श्री हरिहर मारूती धाम के यज्ञ के महत्व और गीता के अद्भुत ज्ञान पर प्रकाश डाला गया है। स्वामी सत्यमित्रानंद जी महराज के मार्गदर्शन में यह यज्ञ जीवन के उद्देश्य और परमात्मा के प्रति भक्ति को जागृत करता है।